केप टाउन, 26 फरवरी 2025 (डब्ल्यूएएम) -- यूएई के वित्त मंत्रालय और यूएई सेंट्रल बैंक के प्रतिनिधित्व वाले यूएई ने जी20 की दक्षिण अफ्रीकी अध्यक्षता के तहत पहली जी20 वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंक गवर्नर्स (एफएमसीबीजी) बैठक में भाग लिया। बैठकों में 2025 के वित्तीय ट्रैक के लिए दक्षिण अफ्रीकी प्रेसीडेंसी द्वारा निर्धारित प्राथमिकताओं पर ध्यान केंद्रित किया गया, जिसमें आपदा लचीलापन और प्रतिक्रिया को मजबूत करना, कम आय वाले देशों के लिए ऋण स्थिरता सुनिश्चित करना, न्यायोचित ऊर्जा परिवर्तन के लिए वित्त जुटाना और समावेशी विकास और सतत विकास के लिए महत्वपूर्ण खनिजों का दोहन करना शामिल है।
वित्त राज्य मंत्री मोहम्मद हादी अल हुसैनी के नेतृत्व में यूएई प्रतिनिधिमंडल में यूएई सेंट्रल बैंक में मौद्रिक नीति और वित्तीय स्थिरता के सहायक गवर्नर इब्राहिम ओबैद अल ज़ाबी शामिल थे; इसमें संयुक्त अरब अमीरात के वित्त मंत्रालय में अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक संबंधों के कार्यवाहक सहायक अवर सचिव अली अब्दुल्ला शराफी भी शामिल हैं। संयुक्त अरब अमीरात के वित्त मंत्रालय में अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक संबंध एवं संगठन की निदेशक थुराया हामिद अल हाशमी भी इसमें शामिल हुईं।
चर्चा में वैश्विक आर्थिक विकास परिदृश्य, निवेश योग्य अवसंरचना पाइपलाइन का विकास, मिश्रित वित्त और जोखिम-शमन उपकरणों की भूमिका तथा वैश्विक स्तर पर व्यापार गलियारों को मजबूत करने के लिए यूएई की प्रतिबद्धता पर ध्यान केंद्रित किया गया। मंत्री ने अधिक समावेशी अंतर्राष्ट्रीय कर प्रणाली को बढ़ावा देने के लिए अन्य क्षेत्राधिकारों के साथ मिलकर काम करने की यूएई की प्रतिबद्धता दोहराई तथा सतत विकास के लिए घरेलू संसाधन जुटाने और क्षमता निर्माण के महत्व पर बल दिया।
टिकाऊ वित्त पर चर्चा के दौरान, अल हुसैनी ने अतिरिक्त पूंजी जुटाने और सह-वित्तपोषण की सफलता सुनिश्चित करने में निवेशकों का विश्वास बढ़ाने की भूमिका पर प्रकाश डाला। बैठकों के दौरान, जर्मनी के संघीय वित्त मंत्री महामहिम डॉ. वोल्फगैंग शूत्ज़ ने दक्षिण अफ्रीकी अध्यक्षता के अंतर्गत जी-20 में आगे बढ़ने वाले सहयोग के अवसरों पर चर्चा की। मंत्री ने जोर्ग कुकीस के साथ द्विपक्षीय बैठक की।
यूएई ने 24 से 25 फरवरी तक केपटाउन में आयोजित जी-20 की दक्षिण अफ्रीकी अध्यक्षता के अंतर्गत दूसरी जी-20 वित्त एवं केंद्रीय बैंक प्रतिनिधि (एफसीबीडी) बैठक में भाग लिया। सदस्यों ने विकास के लिए वित्तपोषण, जी-20 कार्य पद्धतियों की समीक्षा तथा ईएमडीई में सतत विकास सहित प्रमुख नीतिगत एजेंडा मदों पर चर्चा की।
जी-20 एफसीबीडी बैठकों में, यूएई प्रतिनिधिमंडल ने विकास के लिए एक इंजन के रूप में अंतर्राष्ट्रीय व्यापार के उपयोग, सतत विकास लक्ष्यों में निवेश के लिए वित्तीय स्थान का विस्तार करने के लिए ऋण स्थिरता उपायों और सतत विकास के लिए तकनीकी प्रगति और डेटा निगरानी के व्यापक उपयोग पर प्रकाश डाला। यूएई ने निजी क्षेत्र की भागीदारी और निवेश बढ़ाने के लिए बहुपक्षीय सहयोग बढ़ाने की वकालत की। स्थापना के बाद से यह जी-20 में यूएई की छठी भागीदारी है।