कुआलालम्पुर, 22 जनवरी, 2019 (डब्ल्यूएएम) - शिक्षा के क्षेत्र में काम कर रहे कुआलालंपुर के एक एनजीओ डिग्निटी फॉर चिल्ड्रन फाउंडेशन (डीएफसीएफ) मलेशिया के राजधानी में शहरी गरीब बच्चों और युवा शरणार्थियों को शिक्षा प्रदान कर रहा है। इस एनजीओ ने स्वामित्व और निजी तौर पर आयोजित शिक्षा केंद्र द बिग हर्ट का उद्घाटन किया। डिग्निटी के फ्लैगशिप प्रोजेक्ट शहरी युवा शिक्षा गांव के लिए एईडी 500000 शरणार्थियाें का वकालत और समर्थन (एसआईएआरए) करने पर शारजाह इंटरनेशनल अवार्ड 2018 में विजेता के रूप में हासिल किया। यह शारजाह में प्रतिवर्ष आयोजित किया जाता है। द बिग हार्ट फाउंडेशन (टीबीएचएफ), शरणार्थियों के लिए यूनाइटेड नेशन हाई कमीशन फॉर रिफ्यूजी (यूएनएचसीआर) के सहयोग से शारजाह के सर्वोच्च परिषद के सदस्य और शासक महामहिम शेख डॉ. सुल्तान बिन मोहम्मद अल कासिमी और उनकी पत्नी महारानी जवाहिर बिन्त मोहम्मद अल कासिमी ने शुरू की थी। महारानी जवाहिर टीबीएचएफ और यूएनएचसीआर की चेयरपर्सन भी है। तीन साल पहले एशिया और मीना क्षेत्र में प्राकृतिक आपदा तथा युद्ध के कारण विस्थापित लाखों लोगों और परिवारों के जीवन को बेहतर बनाने के प्रयास में दाेनाें संगठन लगा हुआ है। शारजाह शासक ने पिछले साल एसआईएआरए पुरस्कार समारोह में डिग्निटी फाउंडेशन काे अतिरिक्त यूएस डॉलर 1 मिलियन का दान दिया था। इस दान से संतरी क्षेत्र के सैकड़ों वंचित परिवारों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और व्यावसायिक प्रशिक्षण दिया गया। इसका मकसद उन वंचिताें के लिए गरीबी चक्र को तोड़कर सम्मानजनक जीवन का निर्माण करना था। शिक्षा केंद्र के इमारत में 16-18 वर्ष आयु वर्ग के 95 हाई स्कूल छात्रों के लिए छह कक्षाएं है। यह सीखने के केंद्र का भी हिस्सा है जहां पहले से ही 1751 छात्र हैं। इमारत में कार्यालय, रेस्तरां, बेकरी और बैठक कमरे है। टीबीएचएफ के निदेशक मरियम अल हम्मादी ने कहा कि हम शरणार्थियों और मानवीय रूप से विस्थापित लोगों की मानवीय आधार पर अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के माध्यम सेवा के लिए समर्पित हैं। हम डिग्निटी जैसे संगठनों के प्रयासों, दक्षता और प्रभाव को बढ़ाने के लिए समर्पित है। उनकी उल्लेखनीय उपलब्धियों को देखकर हम प्रसन्न हैं और उनकी निरंतर सफलता की कामना करते हैं। हमीदी ने कहा कि यूएनएचसीआर के अनुसार मलेशिया में 163,000 से अधिक शरणार्थी हैं, जिनमें 43,000 बच्चे हैं। इन सभी बच्चों को शिक्षा की आवश्यकता है। महारानी जवाहारा अल कासिमी ने हमेशा माना है कि शरणार्थियों के भविष्य का निर्माण अच्छी शिक्षा के साथ शुरू होती है। हम डिग्निटी के प्रयासाें काे आगे बढ़ा रहे हैं। यह नई उपलब्धि शारजाह की बढ़ती अंतर्राष्ट्रीय मानवीय भूमिका को शिक्षा केंद्र के रूप में प्रदर्शित करती है। यूएई सांस्कृतिक राजधानी के रूप में इसके डिजाइन के अनुरूप है। डिग्निटी फॉर चिल्ड्रन फाउंडेशन की सह संस्थापक और चेयरमेन एलीशा सतविंदर ने शारजाह के शासक, महारानी और टीबीएफएफ काे विश्व स्तर पर इस मानवतावादी पहल के लिए धन्यवाद दिया तथा प्रशंसा व्यक्त की। । डिग्निटी फ़ाउंडेशन द्वारा आयोजित उद्घाटन समारोह में टीबीएचएफ के स्वयंसेवी प्रतिनिधिमंडल ने भाग लिया। भाग लेनेवालाें में वरिष्ठ अधिकारियों, 23 युवा स्वयंसेवकाें (एफयूएनएन), शारजाह गर्ल गाइड्स (एसजीजी), शारजाह सजया यंग लेडीज, शारजाह यूथ, शारजाह पुलिस मुख्यालय, विक्टोरिया इंटरनेशनल स्कूल शामिल थे। डिग्निटी फॉर चिल्ड्रन फ़ाउंडेशन 1998 में एलीशा सतविंदर और उनकी पत्नी पेट्रीना द्वारा स्थापित एक चैरिटी संगठन है। इस संगठन ने सेंटुल क्षेत्र मलेशिया में कई वंचित परिवारों काे तलाश कर घरेलू सुधार सेवाओं, किराना वितरण, मुफ्त चिकित्सा सेवा पहुंचाया। यह संगठन मानता है कि गुणवत्ता युक्त शिक्षा गरीबी के चक्र को तोड़ने की कुंजी है। अनुवादः वैद्यनाथ झा http://wam.ae/en/details/1395302734435
मलेशिया के शिक्षा एनजीओ को शारजाह शासक ने दिया समर्थन
