न्याय के बिना शांति सच्ची शांति नहीं हैः पोप फ्रांसिस

वेटिकन सिटी, 25 फरवरी, 2023 (डब्ल्यूएएम) -- न्याय के बिना शांति सच्ची शांति नहीं है, इसकी कोई ठोस नींव या भविष्य के लिए संभावनाएं नहीं हैं। यह कहते हुए पोप फ्रांसिस ने शनिवार को 94वें न्यायिक वर्ष के उद्घाटन के अवसर पर न्यायाधीशों और मजिस्ट्रेटों को संबोधित करते हुए जोर दिया।

वेटिकन न्यूज के अनुसार, संत पोप फ्रांसिस ने न्याय और शांति के बीच घनिष्ठ संबंध पर विचार किया।

उन्होंने विशेष रूप से यूक्रेन में चल रहे संघर्ष के "दुखद डेवलपमेन्ट" का उल्लेख किया।

पोप ने कहा कि "शांति के लिए हर प्रतिबद्धता का तात्पर्य है और न्याय के प्रति प्रतिबद्धता की आवश्यकता है।"

उन्होंने कहा, "एक अमूर्त या यूटोपिया नहीं है और केवल तकनीकी विशेषज्ञता के साथ लागू किए जाने वाले नियमों के एक सेट का परिणाम नहीं है।"

उन्होंने आगे कहा, "न्याय एक गुण है जिसे व्यक्तिगत रूपांतरण की प्रतिबद्धता के माध्यम से विकसित किया जाता है, और विवेक, धैर्य और संयम के अन्य प्रमुख गुणों के साथ प्रयोग किया जाता है।"

संत पोप फ्रांसिस ने इस बात पर प्रकाश डाला कि वेटिकन सिटी राज्य के न्यायाधिकरण इस परिप्रेक्ष्य में काम करते हैं, "दीवानी और आपराधिक मामलों को निपटाने में परमधर्मपीठ के लाभ के लिए एक बहुमूल्य भूमिका निभा रहे हैं।"

उन्होंने विशेष रूप से वेटिकन के अधिकारियों के विरुद्ध हाल के वर्षों में किए गए वित्तीय आपराधिक मुकदमों का उल्लेख किया।

संत पोप ने कहा, "दया और न्याय वैकल्पिक नहीं हैं, बल्कि एक ही लक्ष्य की ओर एक साथ चलते हैं, क्योंकि दया न्याय का निलंबन नहीं, बल्कि उसकी पूर्ति है।"

अनुवाद - पी मिश्र.

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